Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के महासंग्राम में सिर्फ प्रत्याशी ही नहीं बल्कि बूथ अध्यक्ष भी आमने-सामने हैं. Ghaziabad लोकसभा सीट पर 3195 बूथ बनाए गए हैं. एक बूथ पर करीब एक हजार मतदाता आते हैं.
यानी हर राजनीतिक दल की ओर से एक हजार वोटरों को संभालने की जिम्मेदारी सीधे तौर पर बूथ अध्यक्षों को दी गई है. ऐसे में सभी पार्टियों के बूथ अध्यक्ष अपनी टीम के साथ अपनी पकड़ मजबूत करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. वे इंटरनेट मीडिया, मोबाइल फोन के साथ ही घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं।
अध्यक्षों के कामकाज की भी समीक्षा की जायेगी
BJP ने बूथ अध्यक्षों को हर बूथ पर 370 वोट बढ़ाने का लक्ष्य दिया है. इसी तरह Congress, SP और BSP ने भी बूथ अध्यक्षों को वोटिंग बढ़ाने की जिम्मेदारी सौंपी है. लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों के साथ-साथ बूथ अध्यक्षों के काम की भी समीक्षा की जायेगी. बेहतर कार्य करने वाले बूथ अध्यक्ष को संगठन द्वारा सम्मानित किया जाएगा और संगठन में पदोन्नति भी दी जा सकती है।
वहीं, BSP ने भी हर बूथ अध्यक्ष को बूथ पर मतदाताओं से संपर्क कर उन्हें चुनाव में बसपा के मुद्दों से अवगत कराने को कहा है, ताकि मतदान प्रतिशत बढ़ाया जा सके. Congress भी लगातार बूथ अध्यक्षों के साथ बैठक कर रही है और उन्हें सक्रिय कर दिया गया है. बूथ अध्यक्षों को मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए अधिक से अधिक लोगों को पार्टी से जोड़ने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है.
सहयोगियों की भी अहम भूमिका रहेगी
लोकसभा चुनाव में Congress ने SP और BJP ने RLD के साथ गठबंधन किया है. SP और RLD ने भी प्रत्येक बूथ पर कमेटियां बनाई हैं और अपने सहयोगियों के पक्ष में वोट करने के लिए मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं. ऐसे में लोकसभा चुनाव में समीक्षा सीधे तौर पर Congress, BSP और BJP के बूथ अध्यक्षों पर होगी, लेकिन सहयोगी दलों के बूथ अध्यक्ष भी इस चुनाव को जीतने में अहम भूमिका निभाएंगे.