UP Elections: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुस्लिम बहुल मुरादाबाद से जमीनी कार्यकर्ता के तौर पर अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू करने वाले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष Bhupendra Singh Chaudhary का कहना है कि भ्रम, झूठ और भ्रष्टाचार ही कांग्रेस-सपा गठबंधन की पहचान है। जनता विपक्ष के दुष्प्रचार में नहीं आने वाली है। उनका कहना है कि मुसलमानों को टिकट न देना भाजपा की चुनावी रणनीति है, लेकिन हमारी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं में किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं है। चौधरी का दावा है कि भाजपा न तो संविधान की मूल भावना से छेड़छाड़ होने देगी और न ही कांग्रेस को मुसलमानों को धार्मिक आधार पर आरक्षण देने देगी। दैनिक जागरण के राज्य ब्यूरो प्रमुख अजय जायसवाल ने उनसे बातचीत की। सवाल: चार चरणों के मतदान के बाद एनडीए की स्थिति क्या है? मैं साफ तौर पर कह सकता हूं कि इस बार 400 पार कर मोदी जी के नेतृत्व में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने जा रही है। सवाल: लेकिन सपा प्रमुख अखिलेश यादव आपको 140 सीटें भी नहीं दे रहे हैं? अखिलेश जनता के मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। संगठन के निचले स्तर से मिली रिपोर्ट के आधार पर मैं कह सकता हूं कि नतीजे हमारे पक्ष में हैं। अखिलेश को 4 जून (मतगणना की तिथि) का इंतजार करना चाहिए।
प्रश्न: चार चरणों में यूपी से कितनी सीटें जीतने की उम्मीद है?
प्रदेश की 39 सीटों पर मतदान हो चुका है। मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा चुनाव लड़ रही है। हम 10 साल में अपनी सरकार द्वारा किए गए विकास और सुरक्षा कार्यों का रिपोर्ट कार्ड लेकर जनता के बीच जा रहे हैं। मोदी जी-योगी जी पर जनता के विश्वास को देखते हुए मैं कह सकता हूं कि प्रदेश की जनता भाजपा के संकल्प को पूरा करेगी।
प्रश्न: अखिलेश कहते हैं कि भारत उत्तर प्रदेश में 70 से अधिक सीटें जीतेगा?
सपा सरकार में जिस तरह की गुंडागर्दी, अराजकता, महिलाओं पर अत्याचार, भ्रष्टाचार था, उसे उत्तर प्रदेश की जनता भूली नहीं है। मुलायम और अखिलेश की सरकारें दंगाइयों के साथ खड़ी रहती थीं। बिजली आपूर्ति में वीआईपी संस्कृति थी, जिसे योगी सरकार ने खत्म कर दिया है और सभी को भरपूर बिजली दे रही है। योगी के कानून व्यवस्था मॉडल की हर जगह चर्चा हो रही है, ऐसे में विपक्षी गठबंधन अपना खाता खोलता नजर नहीं आ रहा है।
प्रश्न: रालोद, सुभासपा, निषाद जैसी पार्टियों से आपको कितना फायदा मिल रहा है?
हमारा एजेंडा देश और प्रदेश का विकास और बेहतरी है। हम उन सभी लोगों को साथ लेकर चलेंगे जो हमारी विचारधारा से सहमत हैं और हमारे साथ काम करना चाहते हैं।
प्रश्न: विपक्ष का कहना है कि भाजपा राम मंदिर जैसे मुद्दों के जरिए बेरोजगारी और महंगाई से लोगों का ध्यान भटका रही है?
राम मंदिर हमारे संकल्प पत्र का हिस्सा रहा है, लेकिन सपा ने कारसेवकों का नरसंहार किया, कांग्रेस ने भगवान राम के अस्तित्व को नकार दिया। विपक्षी गठबंधन सनातन पर आपत्तिजनक टिप्पणी करता है। वे दक्षिण भारत को उत्तर भारत के खिलाफ खड़ा करने की बात करते हैं।
प्रश्न: अखिलेश भाजपा पर पिछड़े वर्गों की उपेक्षा का आरोप लगाते हैं।
मैं पहले ही कह चुका हूं कि ये लोग जातिवादी और परिवारवादी हैं। पिछड़े वर्गों के पास जो भी अधिकार हैं, उन्होंने उन्हें हमेशा अपने समुदाय और परिवार तक ही सीमित रखा है। मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि पिछड़े वर्गों के हित में भाजपा ने सबसे ज्यादा काम किया है।
प्रश्न: क्या आपको लगता है कि बसपा के अकेले चुनाव लड़ने से भाजपा को कोई फायदा होगा?
यह लाभ या हानि का मामला नहीं है। मायावती के नेतृत्व में बसपा एक बड़ी राजनीतिक ताकत है। वह अपनी विचारधारा के आधार पर जनता से बात कर रही हैं और हम अपने विचारों और काम के आधार पर बात कर रहे हैं। लोकतंत्र में सभी को जनता के बीच जाने का अधिकार है।
प्रश्न: भाजपा ने इस बार भी यूपी में किसी मुस्लिम को टिकट नहीं दिया?
यह हमारी चुनावी रणनीति है, लेकिन हमारी सरकार की योजनाओं में कोई भेदभाव नहीं है। विपक्ष जरूर वोट बैंक के लिए सरकारी योजनाओं में भेदभाव करता था। समाज को खुश करने का काम सिर्फ सपा-कांग्रेस करती है।
प्रश्न: क्या मोदी के नाम पर भाजपा को वोट देने वाले भी प्रत्याशियों से नाराज हैं?
लोगों को मोदीजी के प्रतिनिधि के रूप में एक सांसद चुनना है। देश की जनता मोदीजी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित है।
प्रश्न: क्या संविधान बदलने के लिए हमें 400 सीटों की जरूरत है?
भाजपा के जनप्रतिनिधियों में बड़ी संख्या पिछड़े, एससी और एसटी समुदाय से हैं। मैं भी उनमें से हूं। हम अपना आरक्षण क्यों खत्म करेंगे? कांग्रेस के लोग ही सबसे ज्यादा संविधान में संशोधन करेंगे। वे अपने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए लोगों को इस तरह से गुमराह कर रहे हैं।
प्रश्न: विपक्ष आरक्षण खत्म करने और धर्म के आधार पर आरक्षण देने की बात कर रहा है?
हमारे संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण का कोई प्रावधान नहीं है। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में इस ओर इशारा किया है और उसकी राज्य सरकारों ने इस पर काम भी किया है, लेकिन भाजपा न तो संविधान की मूल भावना से छेड़छाड़ होने देगी और न ही कांग्रेस को मुसलमानों को धार्मिक आधार पर आरक्षण देने देगी।
प्रश्न: कांग्रेस अब 10 किलो अनाज देने की बात कर रही है?
कांग्रेस ने अपने 70 साल के शासन में गरीबों को मुफ्त अनाज क्यों नहीं दिया? आज उन्हें गरीबों को 10 किलो अनाज देने की याद आ रही है। अब पात्र लोगों को बिना किसी भेदभाव और भ्रष्टाचार के मुफ्त राशन मिल रहा है। दरअसल, भ्रम, झूठ और भ्रष्टाचार ही कांग्रेस-सपा और भारत की पहचान है।
प्रश्न: आखिरी प्रश्न, क्या चुनाव के बाद भाजपा संगठन में फेरबदल होगा?
अब यह केंद्रीय पार्टी को तय करना है। राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकाल 30 जून तक है। उसके बाद केंद्रीय पार्टी जो भी तय करेगी, वही किया जाएगा।